
- 26 मई को मिनेपोलिस में अश्वेत जॉर्ज फ्लॉयड की मौत हुई थी
- फ्लॉयड की एक पुलिस अफसर ने घुटने से 8 मिनट तक गर्दन दबाई थी
- व्हाइट हाउस के कर्मचारियों को एंट्री पास छिपाकर रखने के आदेश
दैनिक भास्कर
Jun 01, 2020, 11:39 AM IST
वॉशिंगटन. अमेरिका में अश्वेत नागरिक जॉर्ज फ्लॉयड की पुलिस के हाथों मौत का मामला बढ़ता जा रहा है। 50 में से 40 राज्यों में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। इस दौरान हिंसा भी हुई। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प खुद फ्लॉयड के परिवार से बातचीत कर चुके हैं। प्रशासन की चिंता ये है कि प्रदर्शनकारी अब व्हाइट हाउस तक पहुंच गए हैं। रविवार देर रात प्रदर्शनकारियों ने व्हाइट हाउस से कुछ मीटर दूरी पर मौजूद 200 साल पुराने सेंट जॉन चर्च को आग लगा दी। 1816 में बने इस चर्च को ‘चर्च ऑफ प्रेसिडेंट्स’ भी कहा जाता है। व्हाइट हाउस में रहने वाला हर अमेरिकी राष्ट्रपति यहां आता रहा है।
व्हाइट हाउस ने अपने कर्मचारियों को एक ई-मेल किया है। इसमें सभी कर्मचारियों से कहा गया है कि वो आते और जाते वक्त अपने एंट्री पास को छिपाकर रखें। ऐसा इसलिए किया गया है ताकि कर्मचारी प्रदर्शनकारियों के गुस्से का शिकार न बन जाएं या कोई इन पास को छीन न ले। यहां अमेरिका में हो रहे प्रदर्शन की तस्वीरें।











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