
राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) के महानिदेशक एसएस देसवाल ने कहा कि सीमा पार से हथियार और ड्रग्स छोड़ने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया जा रहा है, हालांकि, हमारी सुरक्षा एजेंसियों के पास खतरे को बेअसर करने की क्षमता है। शुक्रवार को देसवाल ने समाचार एजेंसी एएनआई से कहा, “पश्चिमी सीमा पर ड्रोन का होना एक सुरक्षा खतरा हैं। क्योंकि उनका उपयोग अंतरराष्ट्रीय सीमा से हथियारों और ड्रग्स को ड्रॉप करने के लिए किया जा रहा है। हमारे पास उन्हें पहचानने और बेअसर करने की प्रणाली है।”
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शुक्रवार को देश के प्रमुख सुरक्षा बलों में से एक, एनएसजी के 36 वें स्थापना दिवस को भी चिन्हित किया गया। एनएसजी आतंकवाद विरोधी गतिविधियों से निपटने के लिए संघीय आकस्मिक बल है। NSG विशिष्ट स्थिति से निपटने के लिए सुसज्जित और प्रशिक्षित एक बल है और इसलिए इसका उपयोग असाधारण परिस्थितियों में आतंकवाद के गंभीर कार्यों को विफल करने के लिए किया जाता है। देसवाल पहले से ही भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) के महानिदेशक थे, पिछले महीने ही उनको केंद्र द्वारा NSG के डीजी का अतिरिक्त प्रभार दिया गया था।
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