
दिल्ली की कड़कड़डूमा कोर्ट ने उत्तर-पूर्वी दिल्ली हिंसा से जुड़े एक मामले में पुलिस रिमांड में चल रहे जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) के छात्र शरजील इमाम को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने नागरिकता संशोधन कानून के विरोध को लेकर उत्तर-पूर्वी दिल्ली में भड़की हिंसा से जुड़े मामले में 25 अगस्त को शरजील इमाम को गिरफ्तार किया था।
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के (JNU) सेंटर फॉर हिस्टोरिकल स्टडीज में पीएचडी के छात्र शरजील इमाम को नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के दौरान फरवरी में उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हुए दंगों के संबंध में कथित तौर पर “पूर्व-निर्धारित साजिश” का हिस्सा होने के लिए आतंकवाद विरोधी कानून के तहत मामले में गिरफ्तार किया गया था।
दिल्ली दंगे में 53 लोगों की हुई थी मौत
गौरतलब है कि नागरिकता कानून के समर्थकों और विरोधियों के बीच संघर्ष के बाद 24 फरवरी को उत्तर-पूर्वी दिल्ली के जाफराबाद, मौजपुर, बाबरपुर, घोंडा, चांदबाग, शिव विहार, भजनपुरा, यमुना विहार इलाकों में सांप्रदायिक दंगे भड़क गए थे।
इस हिंसा में कम से कम 53 लोगों की मौत हो गई थी और 200 से अधिक लोग घायल हो गए थे। साथ ही सरकारी और निजी संपत्ति को भी काफी नुकसान पहुंचा था। उग्र भीड़ ने मकानों, दुकानों, वाहनों, एक पेट्रोल पम्प को फूंक दिया था और स्थानीय लोगों तथा पुलिस कर्मियों पर पथराव किया।
इस दौरान राजस्थान के सीकर के रहने वाले दिल्ली पुलिस के हेड कांस्टेबल रतन लाल की 24 फरवरी को गोकलपुरी में हुई हिंसा के दौरान गोली लगने से मौत हो गई थी और डीसीपी और एसीपी सहित कई पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल गए थे। साथ ही आईबी अफसर अंकित शर्मा की हत्या करने के बाद उनकी लाश नाले में फेंक दी गई थी।
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