
37 मिनट पहले
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- एक्सपर्ट्स के मुताबिक, तनाव को कम करने में पर्वातासन हो सकता है मददगार, कमर दर्द है तो न करें
- ज्यादा स्क्रीनटाइम के कारण हो रही आंखों की परेशानी को ज्योति त्राटक की मदद से कम करें, 15 दिन में एक बार करें यह क्रिया
कोरोनावायरस के कारण घरों में रहने के चलते हर कोई मानसिक या शारीरिक रूप से परेशान है। बच्चों के मामले में देखा जाए तो लगातार ऑनलाइन क्लासेज, दोस्तों से न मिल पाना उनके स्वास्थ्य पर असर डाल रहा है। वहीं, पैरेंट्स भी अपने काम के साथ-साथ बच्चों के रुटीन और पढ़ाई को संभालने के चक्कर में अपना शेड्यूल तय नहीं कर पा रहे हैं। घर के बाहर मंडरा रहे कोरोना नाम के खतरे से बचने का एक उपाय दूरी बनाना है।
हालांकि, हम अपनी हेल्थ की कीमत पर दूरी नहीं बना सकते और हेल्थ के लिए जिम जाना या घर के बाहर ज्यादा देर तक रहकर कसरत करना पूरी तरह सुरक्षित नहीं है। ऐसे में एक उपाय जो निकलकर आता है वो है योग। हमने इसी परेशानी को देखते हए डाइटीशियन और योग एक्सपर्ट डॉक्टर शैलजा त्रिवेदी से बात की। उन्होंने बताया कि कि लगातार घर में रहने और एक ही रुटीन फॉलो करने के कारण बच्चों में चिड़चिड़ापन, आलस, गुस्सा, मोटापे का शिकार हो रहे हैं। यही हाल माता-पिता का भी है। ऐसे में आसन, प्राणायाम और त्राटक उनकी मदद कर सकते हैं।
बच्चों के लिए आसन




प्राणायाम
अनुलोम-विलोम
- किसी भी आराम की स्थिति में बैठ जाएं और आंखों को धीर से बंद करें।
- दाहिने हाथ के अंगूठे से दाहिनी नासिका को बंद करें और बाएं नासिका से सांस लें।
- फिर बाएं नासिका को बंद करें और दाएं नासिका से सांस छोड़ें।
- इसके बाद दाहिनी नासिका से सांस लें और बाएं से छोड़ें।
- ऐसा लगातार 10 बार करें। दाएं से बाएं फिर बाएं से दाएं का एक चक्र पूरा होता है।
फायदा: शरीर में एनर्जी बढ़ती है। फोकस बढ़ता है, मैमोरी तेज होती है और ध्यान का विकास होता है। पॉजिटिविटी बढ़ती है और तनाव कम होता है।
त्राटक क्रिया (15 दिन में एक बार करें)
- किसी सुखदायक स्थिति में बैठें।
- दोनों हाथों को ज्ञान की मुद्रा में घुटनों पर रखें।
- दीपक को 1 से ढेड़ फीट की दूरी पर आंखों के बराबर पर रखें। ध्यान रखें कि आंखों को ऊपर नीचे न करना पड़े।
- दीपक की लौ को तब तक देखें जब तक आंखें थक न जाएं या आंसू न आएं।
- धीरे से आंखों को बंद कर लें और 2-3 मिनट तक शांत बैठें।
फायदा: आंखों की रोशनी बढ़ती है और चश्मे का नंबर कम हो जाता है। फोकस करने में मदद मिलती है। आंखों को आराम मिलता है और कॉर्निया ठीक रहता है।
पैरेंट्स के लिए योग



ध्यान दें: खड़े होकर करने वाले इन तीनों आसनों को सुबह खाली पेट पानी पीकर करने से कब्ज में फायदा होता है। स्पाइन मजबूत और लचीला बनता और पॉजिटिव एनर्जी रहती है।
इन आसनों से बेहतर करें डाइजेशन



ध्यान दें- वज्रासावधानी- घुटनों का दर्द, हर्निया में यह आसन न करें।
स्ट्रेस को कम करने के लिए लें पर्वतासन का सहारा
पर्वतासन: सुखासन में बैठ जाएं। दोनों हाथों को प्रणमासन में रखकर धीरे से सिर के ऊपर रखें और सीधा करें। आंखें बंद कर के ध्यान करें।
सावधानी: साइटिका, स्लिपडिस्क, कमर दर्द होने पर यह आसन न करें
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